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________________ शब्द गतः-गया। आगतम्-आ गया। भक्षितम्-खाया। दत्तम्-दिया। स्वीकृतम्-स्वीकार किया। उक्तम्-कहा। नीतम्-ले गया। आनीतम्-लाया। कृतम्-किया। पीतम्-पिया। स्नातम्-स्नान किया। इष्टः-वांछित। जातम्-उत्पन्न हुआ। उत्थितम्-उठा हुआ। स्थितम्-ठहरा हुआ। ताडितम्-ताड़ना किया (पीटा) हुआ। गृहीतम्-लिया। आज्ञापितम्-आज्ञा को। स्मृतम्-स्मरण किया। विस्मृतम्-भूला। श्रुतम्-सुना। दृष्टम्-देखा। पठितम्-पढ़ा। उद्घाटितम्-खोला। पिहितम्-बन्द किया। लिखितम्-लिखा। ज्ञातम्-जाना। विज्ञातम्-जाना। प्रक्षालितम्-धोया। क्रीडितम्-खेला। रक्षितम्-रक्षा की। आरब्धम्-आरम्भ किया। क्रीतम्-ख़रीदा। विक्रीतम्-बेचा। अटितम्-घूमा। कथितम्-कहा। वाक्य 1. त्वया फलं नीतं किम्-क्या तू फल ले गया ? 2. मया तद् अद्यापि न दृष्टम्-मैंने वह आज भी नहीं देखा। 3. बालकेन वस्त्र प्रक्षालितम्-बालक ने कपड़ा धोया। 4. मया शोभनं कर्म आरब्धम्-मैंने श्रेष्ठ कार्य आरम्भ किया। 5. त्वया तत् कथं विस्मृतम्-तूने वह कैसे भुला दिया ? ऋकारान्त स्त्रीलिंग 'मातृ' शब्द 1. प्रथमा 2. द्वितीया माता मातरम् माता माता को 1. अद्य + अपि।
SR No.032413
Book TitleSanskrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShripad Damodar Satvalekar
PublisherRajpal and Sons
Publication Year2010
Total Pages366
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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