________________
106
लघवे, लघु
लघोः,
4.
5.
6.
लघूनाम्
7.
घु
लघुषु
लघु अथवा शुचि विशेषण हैं । विशेषणों का कोई अपना खास लिंग नहीं होता। जहाँ ये विशेषण पुल्लिंग शब्द का गुण वर्णन करते हैं, वहाँ ये पुल्लिंग शब्द के समान चलते हैं तथा जहाँ ये नपुंसकलिंग शब्द के गुणों का वर्णन करते हैं, वहाँ नपुंसकलिंग शब्दों के समान चलते हैं। पुल्लिंग में 'शुचि' शब्द के 'हरि' शब्द के समान रूप होते हैं तथा लघु शब्द के भानु शब्द के समान ।
पाठ 20 में शुचि शब्द का तथा इस पाठ में नपुंसकलिंग लघु शब्द को चलाने का ढंग बताया गया है ।
2.
3.
1.
सम्बोधन हे
11
1.
कति
सम्बोधन (हे) कति
क
कतिभिः
3.
4.
5.
6.
7.
लघु शब्द की ही तरह नपुंसकलिंग, पृथु, गुरु, ऋजु, इत्यादि शब्दों के रूप बनते हैं। 'कति' शब्द तीनों लिंगों में एक जैसा चलता है तथा वह हमेशा बहुवचन होता है।
दधि
11
लघुनः
दध्ना
दध्ने
दध्नः
29
""
न
27
लघ्वोः लघुनोः
""
37
'कति' शब्द
(4)
(5)
(7)
इकारान्त नपुंसकलिंग 'दधि' शब्द
दधिनी
""
दधिभ्याम्
लघुभ्यः
17
""
दध्नोः
77
कतिम्यः
""
तीनाम्
तिषु
दधीनि
""
दधिभिः
दधिभ्यः
19
दधीनाम् दधिषु