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अध्यात्म योग (१४)
अध्यात्म योग की साधना के तीन प्रस्थान हैं
१. सम्यक् दर्शन
२. सम्यक् ज्ञान
३. सम्यक् चारित्र
उमास्वाति ने इन्हें मोक्ष का मार्ग बतलाया है, उसमें प्रथम सम्यक् दर्शन है, जो सम्यक्त्व का व्यावहारिक रूप है । व्यवहार शास्त्र की भाषा में इन्हें समस्या के समाधान का मार्ग कहा जा सकता है।
अध्यात्म योग की साधना के लिए इन तीनों का समन्वय आवश्यक है।
सम्यग्ज्ञानदर्शनचारित्राणि मोक्षमार्गः ।
तत्त्वार्थ सूत्र १.१
१३ फरवरी
२००६
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