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________________ ध्यान के हेतु ध्यान की सिद्धि के चार मुख्य हेतु हैं १. गुरु का उपदेश - ध्यान की विधि को जानकर ध्यान करने वाला साधक अपनी साधना में अधिक सफल बन सकता है। २. श्रद्धा-ध्यान की साधना में विश्वास जितना दृढ़ होता है, साधक ध्यान की साधना में उतना ही अधिक सफल होता है। ३. निरन्तर अभ्यास - निरन्तर अभ्यास का नियम प्रत्येक कार्य की सफलता का नियम है। ध्यान के लिए भी वह अनिवार्य है। ४. मन की स्थिरता - एकाग्रता, एक आलंबन पर मन को स्थिर रखने की साधना । ध्यानस्य च पुनर्मुख्यो हेतुरेतच्चतुष्टयम् । गुरूपदेशः श्रद्धानं सदाऽभ्यासः स्थिरं मनः ।। तत्त्वानुशासन २१८ GGGG ६ जुलाई २००६ २१६ F&&&
SR No.032412
Book TitleJain Yogki Varnmala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya, Vishrutvibhashreeji
PublisherJain Vishva Bharati Prakashan
Publication Year2007
Total Pages394
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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