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निषीदन-स्थान (२) १. उत्कुटुक–पुट्ठों को भूमि से छुए बिना पैरों के बल पर बैठना।
२. गोदोहिका-गाय की तरह बैठना या गाय दुहने की मुद्रा में बैठना।
३. समपादपुता–दोनों पैरों और पुट्ठों को छुआ कर बैठना। ४. पर्यंक–पद्मासन। ५. अर्द्धपर्यंक–अर्द्ध पद्मासन।
४ मई २००६