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श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथाय नमः
आगमोद्धारक-संग्रह : २८
गमोत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्म
आगमधर - सूरि
मूल ले०-पृ० क्षमासागरजी महाराज
अनुवादक :- प्रो. बाबूलाल टी. परमार एम. ए; साहित्यरत्न
एम. टी. बी. आर्ट्स कोलेज, सूरत.
: प्रकाशक:श्री जैन-पुस्तक प्रचारक-संस्था गोपीपुरा, सरत.