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मांडवगढकामन्त्री
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मांडवगढ मंडन श्री सुपार्श्व १
जिन स्तवन
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पालणपुर में पास जिनन्द प्यारा ॥ चाल ॥
।फाग। मांमवगढ में सुपार्श्व प्रजुजी, प्यारा मांमव० ॥ए अंचली॥ बनवास में लक्ष्मणजीनेए, निपजाया जिन बिंबसारा मांमव. ॥१॥ सीता सतीको पूजन खातर, जग जनमन मोहन गारा मांगव.॥२॥ शील प्रजावे वज्र मय मूर्ति, होगई तेजे जीसा तारा मांमव. ॥३॥ अद्जुत महिमा अखंग प्रजुका, संकट सव फेटण हारा. मांडव. ॥४॥ हंसवाहना हिंदोले जिव्हापर, है जो जिन गुण गायन कारा.मांमव.॥५॥