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Second Proof Dt. 16-7-2018 -2
करुणात्मा क्रान्तिकार के अंतिम शब्द कुटुंबीजनों के प्रतिः अग्रज के पास प्रतिज्ञा करवाते हए : "वादा कीजिये कि मेरे शरीर को चाहे कुछ भी हो जाये तो भी पाप की हिंसक औषधि मुझे नहीं देंगे... मेरे हाथों पाप नहीं करवायेंगे।"
(iv)