________________
Panchabhashi Pushpamala (Hindi) by Srimad Rajchandraji - (Philosophy)
पंचभाषी पुष्पमाला (हिन्दी पुष्प) श्रीमद् राजचन्द्रजी रचित परिकल्पना-सम्पादन-अनुवाद प्रा. प्रतापकुमार ज. टोलिया, श्रीमती सुमित्रा प्र. टोलिया
प्रकाशकः जिनभारती वर्धमान भारती इन्टरनेशनल फाउन्डेशन प्रभात कोम्पलेक्स, के. जी. रोड, बेंगलोर ५६० ००९
मूल्यः अलग प्रति रु.५/- (लागत रु.९/-) संयुक्त प्रति रु. ३६/- (लागत रु.५४/-)
प्रकाशन वर्षः २००६-२००७ आवृत्तिः प्रथम, प्रतियाँ: १,000
स्वाधिकारः 'जिनभारती' पूर्व जानकारी के पश्चात्, विश्व-प्रसारार्थ सभी को प्रकाशन की अनुमति ।
टाईपसेटिंग एवं मुद्रणः सी.पी.इनोवेशन एवं इम्प्रिन्ट, बेंगलोर विशेष प्रार्थनाः इस पवित्र कृति-माला को प्रेमादर से सम्हालें। ____ फैंक देकर या नीचे रखकर अशातना न करें।
क जिनभारती के