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'प्लेग्राउंड' नामक स्थायी स्तम्भ लिखते रहे हैं। ___ इंग्लैण्ड की प्रसिद्ध 'क्रिकेटर मैगजिन क्लब' की मानद् सदस्यता आपको प्राप्त हुई है। आपकी पुस्तक 'ध क्रिकेटर इंटरनेशनल सामयिक द्वारा आयोजित ज्युबिली लिटररी एवॉर्ड स्पर्धा में भी स्थान प्राप्त हुआ। सन् 1992 से अखबार, रेडियो एवं टेलीविजन पर आपकी प्रमाणभूत खेल समीक्षा ने काफी लोकप्रियता प्राप्त की। आपने विविध क्लबों और संस्थाओं में खेल-जगत के बारे में शताधिक वक्तव्य दिए। ___ डॉ. कुमारपाल देसाई के मार्गदर्शन में 20 विद्यार्थियों ने पीएच.डी. की पदवी प्राप्त की है, आप साहित्य, पत्रकारत्व और जैनदर्शन में पीएच.डी. के मार्गदर्शक के रूप में मान्यता प्राप्त अध्यापक हैं। आपके मार्गदर्शन में सिंगापुर की 50 वर्ष की परम्परा का निर्वाह करने वाली गुजराती स्कूल में गुजराती भाषा रखने के प्रयत्नों में सक्रिय सहयोग दिया है एवं ब्रिटेन की गुजराती साहित्य अकादमी और अमेरिका की गुजराती लिटररी एकेडमी की ओर से अनेक वक्तव्य भी हुए।
कर्मवीर कुमारपाल साहित्य, संस्कृति और शिक्षण संस्थाओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। गुजरात साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष तथा गुजराती साहित्य परिषद में पूर्व मंत्री एवं अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में संस्था के कार्यवाहक सदस्य हैं। श्री यशोविजय जैन ग्रंथमाला में मंत्री के रूप में कार्यरत कुमारपाल देसाई पिछले तीस वर्षों से श्री जयभिक्खु साहित्य ट्रस्ट की अनेकविध प्रवृत्तियाँ कर रहे हैं। प्रा. अनंतराय रावल स्मारक समिति एवं चंद्रवदन महेता स्मारक समिति के आप प्रमुख हैं। गुजरात की अस्मिता का महापुरुषार्थ-स्वरूप गुजराती विश्वकोश के प्रारम्भ से ही वे गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट के ट्रस्टी के रूप में सेवारत हैं। श्री महावीर मानव कल्याण केन्द्र, अनुकंपा ट्रस्ट, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी (बोटाद शाखा), सुलभ हेल्थ एण्ड हार्ट केयर सेन्टर आदि संस्थाओं द्वारा आप आपत्तिग्रस्त पीड़ित व्यक्तियों को सहायता भी पहुँचाते
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