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कुवलयमालाकहा का सांस्कृतिक अध्ययन
फलक २ : वस्त्र और वेष-भूषा ७. कूर्पासक ( पृ० १४५ )-पूरी बाँह का कूसिक पहिने स्त्री। ( अग्रवाल,
__ हर्ष० च०, फलक २०, चित्र ७५) ८. चीवर ( पृ० १४७ )---चीथड़ों से सिला चीवर पहने हुए एक बौद्ध भिक्षुक ।
(शिवराममूर्ति, अम० स्क०, प्लेट ९,१४ ) ९. क्षौम ( पृ० १४५ )-पारदर्शी क्षौम वस्त्र पहने हुए एक स्त्री। ( हेरिंगम,
वही, प्लेट ३५, ३९) १०. दुकूल ( पृ० १४९ )-दुकूल की धोती व चादर पहिने हुए कोई सामन्त ।
( अजन्ता की १७ नं० लेण में सारिपुत्र प्रश्न भित्तिचित्र ) ११. बल्कलदुकूल ( पृ० १५४ )-बल्कल के कौपीन और दुपट्टा पहने हुए साधु ।
( अमरावती स्क०, प्लेट ९, १) १२. साटक (क) ( पृ० १५४-५५ )-सांची के अर्धचित्रों में साड़ी पहने हुए एक
स्त्री। ( मोतीचन्द्र , प्रा० भा० वे०, आ० ९१ ) (ख) अजन्ता के भित्ति चित्रों में एड़ी तक साड़ी पहने हुए रानी। (ग) सलवटों से युक्त साड़ी पहने चामरग्राहिणी। ( हेरिंगम, वही,
प्लेट ५, ६) (घ) चुस्त साड़ी पहने हुए एक पूर्व गुप्त युग की नर्तकी। ( मोती०, वही,
आ० ४१६ ) १३. हंसगर्भ ( पृ० १५५)-हंस की आकृति से खचित वस्त्र पहने एक स्त्री।
( अग्रवाल, ह. च., फलक १०, चित्र ४६ )