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श्री सुगालचंद विरधीचंद चोपड़ा, जबलपुर | इंजी.आस्ती जैन पिता श्री अनिलकुमार जैन, मुंगावली श्रीमती सुनीतादेवी कोमलचन्द कोठारी, खैरागढ़ | श्रीमती पानादेवी मोहनलाल सेठी, गोहाटी। श्रीमती स्वर्णलता राकेशकुमार जैन, नागपुर - श्रीमती माणिकबाई माणिकचन्द जैन, इन्दौर श्रीमती कंचनदेवी पन्नालाल गिड़िया, खैरागढ़ | भूरीबाई स्व. फूलचन्द जैन, जबलपुर श्री लक्ष्मीचंद सुन्दरबाई पहाड़िया, कोटा |स्व. सुशीलाबेन हिम्मतलाल शाह, भावनगर श्री शान्तिकुमार कुसुमलता पाटनी, छिन्दवाड़ा श्री किशोरकुमार राजमल जैन, सोनगढ़ श्री छीतरमल बाकलीवाल जैन ट्रेडर्स, पीसांगन |श्री. जयपाल जैन, दिल्ली श्री किसनलाल देवड़िया ह. जयकुमारजी, नागपुर श्री सत्संग महिला मण्डल, खैरागढ़ सौ. चिंताबाई मिठूलाल मोदी, नागपुर |श्रीमती किरण – एस.के. जैन, खैरागढ़ श्री सुदीपकुमार गुलाबचन्द, नागपुर
स्व. गैंदामल - ज्ञानचन्द - सुमतप्रसाद, खैरागढ़ सौ. शीलाबाई मुलामचन्दजी, नागपुर स्व. मुकेश गिड़िया स्मृति ह. निधि-निश्चल, खैरागढ़ सौ. मोतीदेवी मोतीलाल फलेजिया, रायपुर सौ. सुषमा जिनेन्द्रकुमार, खैरागढ़ सौ. सुमन जयकुमार जैन, डोंगरगढ़
श्री अभयकुमार शास्त्री, ह. समता-नम्रता, खैरागढ़ समकित महिला मंडल, डोंगरगढ़
स्व. वसंतबेन मनहरलाल कोठारी, बम्बई सौ. कंचनदेवी जुगराज कासलीवाल, कलकत्ता सौ. अचरजकुमारी श्री निहालचन्द जैन, जयपुर श्री दि. जैन मुमुक्षु मण्डल सागर,
सौ. गुलाबदेवी लक्ष्मीनारायण रारा, शिवसागर सौ. शांतिदेवी धनकुमार जैन, सूरत
सौ. शोभाबाई भवरीलाल चौधरी, यवतमाल श्री चिन्द्रूप शाह, बम्बई
|सौ. ज्योति सन्तोषकमार जैन, डोभी स्व. फेफाबाई पुसालालजी, बैंगलोर श्री बाबूलाल तोताराम लुहाड़िया, भुसावल ललितकुमार डॉ. श्री तेजकुमार गंगवाल, इन्दौर स्व. लालचन्द बाबूलाल लुहाड़िया, भुसावल स्व. नोकचन्दजी, ह. केशरीचंद सावा सिल्हाटी सौ. ओमलता बाबूलाल जैन, भुसावल कु. वंदना पन्नालालजी जैन, झाबुआ | श्री योगेन्द्रकुमार लालचन्द लुहाड़िया, भुसावल कु. मीना राजकुमार जैन, धार
| श्री ज्ञानचन्द बाबूलाल लुहाड़िया, भुसावल । सौ. वंदना संदीप जैनी ह.कु. श्रेया जैनी, नागपुर | सौ. साधना ज्ञानचन्द जैन लुहाड़िया, भुसावल सौ. केशरबाई ध. प. स्व. गुलाबचन्द जैन, नागपुर | श्री देवेन्द्रकुमार ज्ञानचन्द लुहाड़िया, भुसावल जयवंती बेन किशोरकुमार जैन
श्री महेन्द्रकुमार बाबूलाल लुहाड़िया, भुसावल श्री मनोज शान्तिलाल जैन
सौ. लीना महेन्द्रकुमार जैन, भुसावल श्रीमती शकुन्तला अनिलकुमार जैन, मुंगावली श्री चिन्तनकुमार महेन्द्रकुमार जैन, भुसावल
'परोपकार में तत्पर सज्जन पुरुष परोपकार करते समय अपनी आपत्ति का विचार नहीं करते।' अतएव अपने दाँतों से तिरछा प्रहार करनेवाले उस हाथी को जीवन्धरकुमार ने अपने साहस और सामर्थ्य से दूर भगाकर गुणमाला के प्राणों की रक्षा की।
- क्षत्रचूड़ामणि, चौथा लम्ब, श्लोक -३३ का सरलार्थ