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________________ अमावस्या किस माह में नहीं आती ? थकावट किस राह में नहीं प्राती ? इस संसार में बताए तो कोई, समस्या किस राह में नहीं आती ? प्रिय मुमुक्षु 'दीपक' ! धर्मलाभ | 13 परमात्मा की असीम कृपा से आनन्द है थोड़े दिन पूर्व तुम्हारा पत्र मिला था, परन्तु व्यस्तता के कारण शीघ्र उत्तर न दे सका । आज अचानक ही तुम्हारा पत्र पुनः हाथ लगा.'' और तुरन्त ही पत्र लिखने बैठ गया । तुमने पूछा है -- 'वैराग्यशतक' ग्रन्थ के कर्त्ता कौन हैं ? 'वैराग्यशतक' ग्रन्थ के कर्त्ता कोई अज्ञात पूर्वाचार्य महर्षि हैं, उन्होंने ग्रन्थ के अन्त में भी अपने नाम का कोई उल्लेख - निर्देश नहीं किया है । हाँ, इस ग्रन्थ पर संस्कृत भाषा में एक 'टीका' उपलब्ध है जिसके कर्त्ता ' गुणविनय गरणी' हैं । उन्होंने ग्रन्थकार के भाव को यथासम्भव खोलने का प्रयास किया है । मृत्यु की मंगल यात्रा - 101
SR No.032173
Book TitleMrutyu Ki Mangal Yatra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnasenvijay
PublisherSwadhyay Sangh
Publication Year1988
Total Pages176
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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