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कृष्णकृपाश्रीमूर्ति श्री श्रीमद् ए. सी. भक्तिवेदान्त स्वामी
प्रभुपाद द्वारा विरचित वैदिक ग्रंथरत्न :
भगवद्गीता यथारूप (कोड नं. 01 & 80) विश्व में गीता का सर्वाधिक लोकप्रिय एवं प्रामाणिक संस्करण। संस्कृत मूलपाठ, हिन्दी पर्याय, अनुवाद और विस्तृत तात्यर्य सहित। मूल्य : रु. ११०.००
श्रीमद्भागवतम्
श्रीमद्भागवतम् (कोड नं. 72) (१८ खंडों में), बारह स्कंध (संपूर्ण वेदों का परिपक्व फल)-यह संस्कृति, दर्शन, राजनीति, धर्म और प्रेम के क्षेत्र में भारतवर्ष की उदात्त देन है।
मूल्य : रु. ३२०५.००
श्रीचैतन्य-चरितामृत (कोड नं. 78) (७ खंडों में) श्रीकृष्णदास कविराज गोस्वामी ने इस ग्रंथ में श्री चैतन्य महाप्रभु की अद्भुत लीलाओं और उनके उपदेशों का वर्णन किया है। आध्यात्म विज्ञान पर यह एक अनूठा ग्रंथ हैं। मूल्य : रु. १२६०.००