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श्रीहेमचन्द्राचार्यविरचितोणादिसूत्रसूची
प्रः ॥ २॥ अगपुला--डित् ॥ ३६३ ।। अगिविलिपुलि-स्तिक ॥ ६६० ॥ अग्यङ्गिमदि--आरः ।। ४०५ ॥ अजिस्थावृरीभ्यो ण : ॥ ७६८ ॥ अजेोऽन्तश्च ॥ ८३४ ।। अञ्चेः क्च वा ॥ ६५६ ॥ अञ्जरिष्ण : ।। ७७१ ।। अाजयुजि-ग च ।। ६६६ ॥ अञ्जयर्तेः कित् ।। ७७७ ॥ अञ्जयवेरिष्ठुः ।। ७६४ ॥ अडोल् च वा ।। ८३७ ।। प्रणेडित् ।। ७२ ॥ प्रणे?ऽन्तश्च ।। ८३६ ।। अतेरिथिः ॥ ६७३ ।। अदुपान्त्यऋ--न्तः ॥ १४ ॥ अदेरन्ध च वा ।। ६६३ ॥ अदेणित् ॥ १०४ ॥ अदेर्मनिः ।। ६८५॥ अदेस्त्रिन् ।। ६२६ ॥ प्रदेस्त्रीणिः ॥ ६४५ ॥ अदो भुवो डुतः ।। २१४ ।। अनसो वहे:--ड: ।। १००६ ॥ अनिकाभ्यां तरः ॥ ४३७ ।। अनिशृ पृ.--पाट: ।। १४५ ।। अनेरोकहः ।। ५६५ ॥ अपुषधनुषादयः ।। ५५६ ॥ अभेर्यामाभ्याम् ।। ६६३ ॥
अभेरमुः ॥ ८०० ॥ अमिम भ्यां णित् ॥ ५४६ ॥ अमेर्भही चान्तौ ।। ६६२ ॥ अमेर्वरादिः ।। ५५५ ।। अम्भिकुण्ठिक-च ।। ६१४ ॥ अर्जेज् च ॥ ७२२ ॥ अर्तीण भ्यां नस् ॥ ६७६ ।। अर्तीण भ्यां पिशतशौ ॥ ५३६ ॥ अर्तीरिस्तु-मः ।। ३३८ ।। अर्तेः शसानः ।। २६५ ।। अर्तरत्निः ।। ६८२ ॥ अर्तेरुराशौं च ।। ६६७ ।। अर्तेर्च ।। ७३६ ॥ अर्तेध च ।। ६०६ ।। अर्ते क्षिनक् ।। ६२८ ।। अरिषः ।। ५४६ ॥ अलेरम्बुसः ॥ ५८५ ॥ अवभृनिऋ-भ्यः ।। २२६ ।। अवाद्गोऽच्च वा ।। २२६ ।। अवेणित् ।। ६६५ ॥ अवे च वा ।। ३४८ ॥ अवे च वा ।। ३६८ ॥ अवेर्मः ।। ६३३ ।। अवेर्वा ।। ६६१ ।। अवेर्हस्वश्च वा ॥ ३४२ ।। अतिगृ भ्योऽष्टुः ।। ७६२ ।। अशऊपः पश्च ।। ३१२ ।। । अशेरान्नोऽन्तश्च ।। ७१६ ।।