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॥ श्री सुधर्मास्वामीने नमः ॥
अहो ! श्रुतम् - स्वाध्याय संग्रह [४]
भाष्यत्रयम्
[गाथा और अर्थ]
-: कर्ता :आ.श्री देवेन्द्रसूरिजी
-: संकलन :श्रुतोपासक
-: प्रकाशक :श्री आशापूरण पार्श्वनाथ जैन ज्ञानभंडार शा. वीमळाबेन सरेमल जवेरचंदजी बेडावाळा भवन हीराजैन सोसायटी, साबरमती, अमदावाद-३८०००५
फोन : ९४२६५८५९०४ E-mail : ahoshrut.bs@gmail.com