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रत्नसागर.. ७॥श्रीवीरथुवोजी सूत्राय नमः॥३६॥ . ८॥श्रीगद्याचारजी सूत्राय नमः॥३७॥
९॥श्रीजोतिष्करंगजी सूत्राय नमः॥३८॥ १० ॥ श्रीमहापचक्खाणजी सूत्राय नमः॥३९॥ ॥ ॥ मूलसूत्रजी का नामको गुणनो॥ * ॥ १॥श्रीआवस्यकजी सूत्राय नमः॥४०॥ २॥श्रीनत्तराध्ययन जी सूत्राय नमः॥४१॥ ३॥श्रीनवनियुक्तिजी सूत्राय नमः॥४२॥ ४॥श्रीदशमीकालकजी सूत्राय नमः॥४३॥ १॥श्रीअनुयोगहारजी सूत्राय नमः॥४४॥ २॥श्रीनंदीसूत्रजी सूत्राय नमः॥४५॥ ॥ ॥ अथ ११ गणधर तपश्या विधिः॥ ॥ ॥8॥ शुग्न दिन गुरूके पाश (११) गणधर तप ग्रहण करै । (११) दिन नपवाश (वा) एकाशणा करै । (जिस दिन ) जोगणधर महाराजको तप होय । नसी नामको ( २००० ) गुणनो करै ॥ ॥ ॥॥अथ (११) गणधरोंका नाम लिखते हैं ॥१॥
१॥श्रीइंद्रजूती गणधराय नमः॥ २॥ श्रीअग्निनूति गणधराय नमः॥ ३॥श्रीवायुचूति गणधराय नमः॥ ४॥ श्रीव्यक्तनूति गणधराय नमः॥ ५॥ श्रीसुधर्मास्वामी गणधराय नमः॥ ६॥श्रीमंमित स्वामी गणधराय नमः ॥ ७॥ श्रीमोर्यपुत्रजी गणधराय नमः ८॥श्रीप्रकंपितजी गणधराय नमः॥ ९॥ श्रीप्रचलजी गणधराय नमः॥ १०॥श्रीमेतार्यजी गणधराय नमः॥ ११॥ श्रीप्रनवजी गणधराय नमः॥