________________
रात्रि पोसह २४ थंमिलापाठ.
१२१ संदिस्सावी । (जो ) अण पमिलेह्यो नपगरण हुवै । (तो) पमिलेहै (जो) सर्व नपगरण पमिलेह्या हुवै । ( तोपिण ) थानक शून्यता टालवा नणी। वले आसण पमिलेहै । पमिक्कमण वेलासीम सिशाय ध्यान करै । पी। नचार प्रश्रवणना (२४) थंमिला पमिलेही पमिकमणों करै । ( तथा ) पाउलीरातें। वली सामायक नलेवै। इतना निकेवलरात्रिसंबंधी पोसहलेवाना विकल्प जाणवा)॥ * ॥ इति रात्रि पोसह विधि संपूर्णम् ॥ ॥१॥ ॥ ॥अथ २४ थंमिला पमिलेहण पाठ लि० ॥ ॥ .
॥ आगाढे आसन्ने नच्चारे पासवणे अणहियासे ॥ १॥ आगाढे मझे नच्चारे पासवणे अणहियासे ॥ २ ॥ आगाढे दूरे नचारे पासवणे अणहियासे ॥ ३ ॥ आगाढे आसन्ने पासवणे अणहियासे ॥ ४ ॥ आगाढे मई पासवणे अणहियासे ॥५॥ आगाढे दूरे पासवणे अणहियासे ॥६॥ ॥आगाढे आसन्ने नच्चारे पासवणे अहियासे ॥ ७ ॥ आगाढे मशे नच्चारे पासवणे अहियासे ॥ ८ ॥ आगाढे दूरे नच्चारे पासवणे अहि यासे ॥९॥आगाढे आसन्ने पासवणे अहियासे ॥ १० ॥ आगाढे मझे पासवणे अहियासे ॥११॥ आगाढे दूरे पासवणे अहियासे ॥१२॥ ॥ अणागाढे आसन्ने नचारे पासवणे अणहियासे ॥ १३ ॥ अणागाढे मझे उचारे पासवणे अणहियासे ॥ १४ ॥ अणागाढे दूरे नचारे पासवणे अणहियासे ॥१५ ॥ अणागाढे आसन्ने पासवणे अणहियासे ॥ १६ ॥ अणागाढे मझे पासवणे अणहियासे ॥ १७ ॥ अणागाढे दूरे पासवणे अणहियासे ॥१८ ॥ ॥ अणागाढे आसन्ने नच्चारे पासवणे अहियासे ॥१९॥ अणागाढे मशे नच्चारे पासवणे अहियासे ॥ २० ॥ अणागाढे दूरे उचारे पासवणे अहियासे ॥ २१ ॥ अणागाढे आसन्ने पासवणे अहि यासे ॥२२॥ अणागाढे मशे पासवणे अहियासे ॥ २३ ॥ अणागाढे दूरे पासवणे अहियासे ॥ २४ ॥ एथंमिला पमिलेहण पाठकहा ॥॥॥॥ ॥ ॥ हिवै मिला कहां २ करणा सोकहे है॥8॥..
॥ ६ थंमिला सय्याकै दोनुं तरफ, दहणें पासे (३) वामपासे (३) पमिले है ॥ ६ थंमिला दरवोकै जीतर पासे दहिणे ३ वामें ३ पमिले है।