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अभिनव प्राकृत-व्याकरण
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बैठना
णिस्सम्म णिसिंच णिहण
णिहम्म णिहर णिहस
णिहा
णिहुव
णिहोड णी, णीण णीरंज णीरव
निर + श्रम् निर + सिच् प्रक्षेप करना, डालना नि + हन् , + खन् मारना; गाड़ना नि+हम् जाना, गमन करना नि+ Vह, + स पाखाना जाना, बाहर निकलना नि+ वृष
घिसना नि + Vधा, + राहा, Vश
स्थापन करना; त्याग करना; देखना, Vकामय
संभोग की अभिलाषा करना नि + Vवारय् , पातय् निवारण करना; गिराना, नाश करना गम्
जाना, गमन करना
तोड़ना आ + क्षिप
आक्षेप करना [आ + Vकृन्द, नि + स, आक्रन्दन करना, बाहर निकालना, रनि + हृद्
प्रतिध्वनि करना नि + सदू प्र+काशय प्रकाशित करना
ढकना, छिपाना क्षिप , नुदू फेंकना; प्रेरणा करना स्नपय
नहलाना, स्नान कराना स्ना
स्नान करना, नहाना
भिज
णीहर
बैठना
णुमज्ज णुव्व एम णोल्ल ण्हव
Vछादय
एहा
तक्क
तर्क तक्ष Vतन्
तक्ख तड, तड्ड, तण तडफड तणुअ तप्प, तव तमाड तम्म
तर्क करना छीलना, काटना विस्तार करना तड़फड़ाना पतला करना, कृश करना तप करना घुमाना, फिराना खेद करना
Vतनय तप
भ्रमय
Vतम्
तर
तैरना
तलहट्ट---
सिच्
सींचना