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बहुवचन
प०
वी०
त०
अट्ठ
० अट्ठ
अहि-हि-हि
च०छ० - अट्टह, अट्टह
पं० - अट्ठाओ, अट्टाउ, अट्ठाहिन्तो, अट्ठासुन्तो
स० - अट्ट, अट्ठ
बहुवचन
णव, नव ( नवन) तीनों लिंगों में
अभिनव प्राकृत-व्याकरण
अट्ट ( अष्टन् ) तीनों लिंगों में
प० -- णव
वी०.
-णव
त० - वहि- हिं. हि
च०छ० - वह, णवण्हं
पं० - णवाओ, णवाउ, णवाहिन्तो, वासुन्तो
सं० - वसु, णवसु
बहुवचन
दह, दस (दशन) तीनों लिंगों में
प० - दह, दस
वी० - दह, दस
त० - दहहि - हिं-हि ँ, दस हि-हि-हि
प० - तेरह वी० - तेरह
च०छ० - दहह, दहहं, दसह, दसह
पं० - दहाओ, दहाउ, दहाद्दिन्तो, दद्दासुन्तो दसाओ, दसाउ, दलाद्दिन्तो,
दसान्तो
स- दहसु, दहसु; दलसु, दससु
बहुवचन
तेरह (त्रयोदश ) तीनों लिंगों में