________________ ( 189 ) पचमटोंके, सहस मुनि थोके / सिद्धिसौध सिधारे // प्रभु० // 5 // अंबर नव नंदा, भुवि अष्टमि दिन वंदा / पौषकृष्ण रविवारे // प्रभु० // 6 // सूरिराजिंदा, वंदित नरिंदा। . वाचक यतीन्द्र निस्तारे // प्रभु० // 7 // देशी-नेमकी जान बनी भारी०, रैवतगिरि तीरथ के इंदा, नमो नेमिप्रभु जिनचंदा / सिद्धनाथ निरंतर नामे, पूजाते जैनेतर धामे / अजर अमर निष्कामें, निहारे जिनराज दशा में // टेर // मुरति सुन्दर श्याम सलूणी, शमरस वर्षी जोय / सेवन पूजन भक्ति करतां, आनंद मंगल होय // ___ मिटावे भव भव के फंदा // नमो० // 1 // यदुवंशाम्बर-दिनमणि, ब्रह्मचारी भगवान / सहसावने दीक्षा केवल, पंचम टोंके है निर्वाण // आतम ध्याने विचरंदा // नमो० // 2 // मेकरवसी में आदि सुन्दर, मन्दिर नव सुखकार / संभव श्रीजिनचन्द्रने वंदो, चौमुख जिन जयकार // जुहारो रहनेमि नंदा // नमो० // 3 //