SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 98
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (85) 60 रीबड़ा____ यह एक छोटा गाँव है, इसमें स्थानकवासी जैनों के 10 घर और एक छोटा थानक है / यहाँ के जैन भावुक और भभक्तिवाले हैं। गाँव के बाहर सडक के किनारे पर सरकारी थाना और पोष्ट ऑफिस है। यहाँ भी उतरने का अच्छा सुभीता है। 61 राजकोट__काठियावाड के हालार-विभाग में यह देशी राज्य की राजधानी और काठियावाड के पोलिटिकल एजेंट का सदर स्थान है। यहाँ सिविल-स्टेशन, फौजी छावनी, जेलखाना, राजकुमार कालेज, धर्मशाला, बंगला, कई गिरजे, और दो स्कूल हैं। कसबे के पूर्वोत्तर के रजुबलीवाटरवर्क्स से राजकोट में पानी आता है। यह राज्य काठियावाड के राज्यों में दूसरे दर्जे का है और यहाँ के नरेश जाडेजा राजपूत हैं। यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 350 घर, स्थानकवासी जैनों के 800 घर, और एक ही कमरे में उपासरा, धर्मशाला, व्याख्यानालय तथा जिनमन्दिर एक एक है / मन्दिर में मूलनायक भगवान् श्रीसुपार्श्वनाथ की भव्य-मूर्ति बिराजमान है / यहाँ के श्रावक समझदार, भक्तिवाले, और बडे धर्मोत्साही हैं / यहाँ जैनपाठशाला, श्राविकाशाला, कन्याशाला, पुस्तकालय और लायब्ररी अच्छे प्रबन्ध से चल रही हैं।
SR No.023534
Book TitleYatindravihar Digdarshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindravijay
PublisherSaudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
Publication Year1925
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy