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________________ ( 41 ) " श्री विमलनाथ-स्वामी का मन्दिर / इसको बागनमर के श्वेताम्बर जैन पोरवाड त्रिस्तुतिक-संघने बनवाया, और संवत् 1661 मगसिर सुदि 5 के दिन जैनाचार्य श्री मद्विजयराजेन्द्रसूरीश्वरजी महाराज के पास प्रतिष्ठा कराके मूलनायक भगवान् श्रीविमलनाथ स्वामी आदि की प्रतिमा ए स्थापन की।" यह नगर प्राचीन है और यहाँ पर ध्वंसावशेष प्राचीन कईएक चिह्न भी देख पडते हैं। नगर के पास वाली पहाडी पर जूना किला भी है। जीर्ण होने से यह किला अब टूट गया है इसका जूना नाम * वैराटनगरी ' है। 3 टाँडा-- गवालियर-स्टेट के अमिझरा जिले में मेलनदी के किनारे पहाडियों के बीच में यह छोटा सा गांव है / इस में श्वेताम्बर जैनों के 35 घर, एक दोमंजिली धर्मशाला और एक मन्दिर है, जिसमें मगवान् श्रीअजितनाथस्वामी की सवा फुट बडी सुन्दर मूर्ति बिराजमान है / यहाँ मेलनदी के ऊपर एक जूना किला भी है, जो चारों ओर से टूट कर खंडिहर बन गया है / लोग कहते हैं, कि यहाँ की पहाडियों में बडी बडी उत्तम दवाएँ मिलती हैं और यहाँ के निवासी लोग प्रायः उन्हीं दवाओं को काम में लेते हैं। 4 रींगनोद गवालियर रियासत के अमिमरा-सरदारपुर जिले में
SR No.023534
Book TitleYatindravihar Digdarshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindravijay
PublisherSaudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
Publication Year1925
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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