________________ * श्री वीतरागाय नमः * नीति-शिक्षा-संग्रह दूसरा भाग स्वास्थ्यरक्षामणि-माला . [1] (1) प्रत्येक मनुष्य को प्रातःकाल सूर्योदय से पहले ब्राह्म मुहूर्त में उठना चाहिये, और उठते ही देवाधिदेव परम पिता परमात्मा का स्मरण करना चाहिये, प्रातःकाल में त्रिलोकीनाथ निरजन देव का स्मरण--चिन्तन करने से दिनभर भात्मा में शान्ति-सुख का प्रकाश होता है, और अशान्ति- दुःख का नाश होता है। बाद में सूर्योदय के पहले शौच आदि क्रिया से निवृत्त होकर धार्मिक क्रिया करनी चाहिये, तत्पश्चात व्यावहारिक क्रिया करनी चाहिये /