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________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा (17) द्वीप के अंदर वहां के जंगलियों का हाल चाल जानने के लिए भेजा। कोलम्बस के साथी जब उस द्वीप के भीतरी भाग में पहुँचे तो वहां उन्होंने जंगल के बाशिंदों के मुँह और नाकसे धुंआ निकलते देखा। यह देखकर उनको बड़ा विस्मय हुआ / लौटकर उन्होंने अपने सरदार को इसकी सूचना दी और कहा कि काले काले 'क्यूवा' निवासी नंगे घूमते हैं और बड़े बड़े पत्तों को लपेटकर उनका एक सिरा जला दूसरे को मुँह में रख शैतान की तरह धुंआ निकालते हैं। इसी दिन से इस शैतानी और जंगली आदत का प्रारंभ समझिये / कोलम्बस उन पत्तों को कोई अजीब चीज़ समझकर अजायबघर में रखने के लिये उन्हें यूरप ले गया। वहां कुछ अनभिज्ञ तथा आलसी स्पेन देश के अमीरों ने उस जंगली पादत का मज़ा लेना चाहा। बस फिर क्या था? लगे लोग देखादेखी एक दूसरे की नकल करने: एक प्रथा चल गयी। 1494 ईस्वी में जब कोलम्बस ने दूसरी बार अमेरिका की यात्रा की तो उसके साथियों ने वहां के आदमियों को सम्बाकू सूंघते देखा। इसकी चर्चा भी यूरप पहुँची और अमीरों के घर की स्त्रियों ने दिल्लगी दिल्लगी में सुँघनी का प्रयोग प्रारंभ कर दिया। भरी समाज में जब छीकों की झड़ी लग जाती तो लोग हंसते हंसते लोट पोट हो जाते थे / धीरे धीरे दिल्लगी की यह चीज़ सभ्य समाज की स्त्रियों की प्यारी आदत हो गयी और तम्बाक सूंघना एक नया फैशन होगया। 1503 ईम्बी में स्पेन वाले पोरागुआ नामक प्रांत विजय करने गये तो वहां के निवासियों ने बहुत बड़ी संख्या में उनका
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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