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________________ सेठियांजनगायनाला . . . विनम्र और धीमे स्वर से मँगा लेना चाहिये / 36 भोजन के समय रंज पैदा करनेवाले और घृणा दिलाने वाले वाक्यों का प्रयोग भूल कर भी मत करो / "37 कन्याओं को बहिन या बेटी, युवतियों को बाई या बहिन तथा वृद्धा स्त्रियों को माजी या माता कहकर सम्बोधन करो। ... 38 जहाँ औरतें हों वहाँ गाना बजाना, ताली पीटना, चुटकियाँ बजाना और सीटी देना असभ्यता है / 36 जहाँ प्राय: औरतें रहती हों उस जगह ठहरना, घूमना या बार बार जाना ठीक नहीं है। 4. अपने गाँव के बाजार में चलते समय गलियों में देखना और ऊपर की ओर छज्जे तथा अट्टालिकाओं को देखना उचित नहीं है। 11 प्रणाम करने का ढंग लापरवाही लिये नहीं होना 'चाहिये। कम से कम प्रणाम करते समय श्रद्धा, भक्ति, और प्रेम * उनके साथ अवश्य ही दिखाना चाहिये / 42 किसी के साथ बातचीत करते समय, हाँ या ना के स्थान पर “जी हाँ" "जी नहीं" अथवा अन्य किसी प्रकार के ऐसे हासद मारमा पापा ही शिष्ट वाक्यों का प्रयोग करो। ...... .... . .... .......
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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