________________ सेठियाजेनग्रन्थमाला में समा जाता है / सोने का स्थान विशेष कर हवादार होना चाहिए / उसमें ऐसी जगह आग अथवा दिया न जलाना चाहिए, जहाँ से धुश्रां भलीभांति न निकलने पावे / मुँह ढंक कर सोने से नई स्वच्छ हवा नहीं मिलती। ग्रीष्म ऋतु के सिवाय कभी मैदान में न सोना चाहिए। जहां तेज हवा बह रही हो, वहां सोने से शरीर की उष्णता निकल जाती है, और इससे बहुधा बीमारी हो जाया करती है / जब महामारी या ज्वर का प्रकोप अधिकता से हो. तो रात्रि को शरीर गर्म रखना चाहिए / पाठ 23 विचार भेद. धार्मिक सामाजिक नैतिक और राजनैतिक विषयों में कभी एक मत हो ही नहीं सकता / न कभी हुआ है न कभी होगा / भारतवर्ष के ही क्या सारे संसार के पुरातन इतिहास को देखने से मालूम हो सकता है कि उस समय भी सब के विचार एकसे नहीं होते थे / कभी 2 तो विचार-भेद के कारण साधारण जनता को बड़ा ही कटुक फल भोगना पड़ता था / अब भी विचारों के भेद से बहुत हानियां होती हैं / धार्मिक विचारों में मत- भेद होने से आजकल भी रक्त की नदियां बह जाती हैं / जो लोग धर्म के असली रहस्य को नहीं समझते, वे ही ऐसे झगड़ों का बीज बोते हैं / पर जो विद्वान् धर्म की वास्तविकता को समझने लगते हैं, वे विधर्मियों से द्वेष नहीं करते। वेठन्हें अपना भाई समझते हैं और उनकी त्रुटि को सौज