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________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा 4 शेर चीता रीछ हिरण सुअर तथा और और पशु पक्षियों को तलवार चन्द्रक भाले तीर या पत्थर वगैरह से मार डालन को शिकार खेलना कहते हैं। शिकार खेलना घोर पाप है। इन पापी लोगों को देख्न कर ही जंगली जानवर भयभीत हो जाते हैं। वेश्या मे रमना. उसके घर जाना, उसका नाच देखना वेश्या गमन कहलाता है। वेश्या गमन करने वाले की सब लोग निन्दा करत है। उनका कोई विश्वास नहीं करता / और पर- भव में उन्हें नरक के असह्य दुख भोगने पड़ते हैं। 6 अपनी स्त्री के सिवाय अन्य स्त्रियों से किसी प्रकार का अनुचित सम्बन्ध रखना परस्त्री-मेवन कहा जाता है / पर स्त्री सेवन करने वाला को इस लोक और परलोक दोनों में ही दण्ड मिलता है। इसलिए अपने से छोटी स्त्री को लड़की, बराबर वाली को बहिन और बड़ी को माला के समान समझना चाहिए। चिना पूछ किला की चीज़ उठा लेना चोरी है। चारा करने वाले को सरकार से मजा तो मिलती ही है, साथ ही सब लोग घृणा करते हैं। कोई विश्वास नहीं करता / तथा नरक में जाकर दुष्फल भागना पड़ता है। इमलिए किसी ने कहा है
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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