________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा पाठ १६वा कभी न / कभी न रो रो आँख फुलाना / कभी न मन में क्रोध बढ़ाना // कभी न दिल से दया भुलाना। कभी न सच्ची पात छिपाना // 1 // कभी न बातों में चिढ़ जाना / कभी न दुष्टों से भय खाना // कभी न खाकर मित्र! यहाना / कभी न वासी खाना खाना // 2 // कभी न अति खा पेट फुलाना। कभी न खाते ही सो जाना // कभी न पढ़ने से घबड़ाना / कभी न तन में पालसलाना // 3 // कभी न करना जरा बहाना / कभी न बढ़ने पर इतराना॥ कभी न मन में लालच लाना। कभी न इतनी बात भुलाना // 4 //