________________ जाग, जगमगा उठा जगत सब / मेरे लाल जाग तू भी अब // 2 // जागो प्यारे ! हुमा सबेरा / मैं देखू हँसता मुख तेरा॥ आखें खोल कमल विकसानो। : ... होठ हिलाकर फूल खिलाओ। ठुमक ठुमुक आगन में डोलो। किलक बोलिया मीठी बोलो। मुझे लुभालो जी उमगा कर / रुनुक झुनक पैजनी बजा कर // 3 // पाठ ७वाँ हँसना। भला , हँसना किसे अच्छा नहीं लगता। हर एक मनुष्य हँसमुख चेहरा देखना पसन्द करता है। चढ़ा हुया मुँह कोई नहीं देखना चाहता। जो लोग सदा तन्दुरुस्त रहते हैं, वे ही हँसते हैं / बीमार और चिन्ता करने वालों को हँसी नसीब नहीं होती / उचित