________________ पाठ 6 ठा सबेरा। उठो नालाखों को खोलो। पानी लाई हूं मुख धो लो // बीती रात कमल सव फूले। उनके ऊपर भौरे झूले // चिड़िया चहक उठीं पेड़ों पर। पहने लगी हवा अति सुन्दर / / नभ में न्यारी लाली छाई। धरती ने प्यारी छवि पाई // 1 // ऐसा सुन्दर समय न खोओ। ___ मेरे प्यारे अप मत सोयो / भोर हुमा सूरज उगाया। जल में पड़ी सुनहली छाया॥ मिटा अँधेरा हुआ उजाला। किरणों ने जीवन सा डाला।