________________ (15) (6) ओहो लाल माघ आया है, यह वसन्त ऋतु को लाया है। फाल्गुन मेरे मन भाया है, होली माघ माथ लाया है। सात वार पहले रविवार है माता, दृजा मोमवार कहलाता। बच्चो ! तीजा मंगलवार, चौथा कहलाता बुधवार // पंचम गुरुवार तुम जानो, शुक्रवार छट्टा पहिचानो। सप्तम बार शनिश्चर नाम, माना जाना इनका काम // पाठवा समझदार चूही। किसी महाजन के घर में एक कोठार था / उस में शक्कर बादाम पिस्ता वगैरह अच्छी अच्छी चीज रक्खीरहती थीं। इसी कोठार में एक ही रहती थी। वह खुष माल खाती और आनन्द से रहती थी। घर के यादमी जब भोजन करते, तब वह बाहर निकलती और ढूँढढूँढ़ कर दाने खाया करती थी। जब कभी बिल्ली