________________ शिक्षा घराबर है। क्योंकि " जो दूसरों के लिए गड्ढा (खड्डा) खोदता है वह स्वयं गड्ढे में गिरताहै"। 288 केवल प्राणियों के प्राण हरण करना ही हिंसा नहीं है, किन्तु अंतरात्मा को दुखाने के लिए कुछ भी करना या चिन्तन करना भी हिंसा है। 286 क्रोध की क्रूरता के साम्हने क्षमा का खा रक्खो और मान का मर्दन करने के लिए नम्रता का पाठ सीखो। 260 माया के मूल (जड़) को उखाड़ कर सरल बनो, और लोभ को थांभ कर संतोषी बनो, क्योंकि जहां सरलता और सन्तोष है, वहीं धर्म का निवास है। 291 हमने यदि दूसरे का उपकार किया हो और दूसरे ने हमारा अपकार किया हो, तो दोनों भूल जाना चाहिए। 292 सत्य की सीमा में ही विजय की पताका फहराती है / 'जहां झूठ वहां नाश, जहां कपट वहां चौपट (उजाड़)' यह नीति का परम मन्त्र है।