________________ यद्यपि हमने इसकी भाषा सरल और सुवाच्य बनाने में पूर्ण ध्यान रखा है, जिससे कि इससे पढ़े और अध पढ़े सभी लाभ उठा सकें; तथापि वाक्यरचना में कुछ कठिन शब्द आगये हैं, उनका भी सरल अर्थ कर पीछे लगा दिया है / हमें पूर्ण विश्वास है कि इससे बालक बालिकाएँ, युवक युवतियाँ, वृद्ध वृद्धाएँ तथा प्रत्येक जाति के व्यक्ति लाभ ले सकेंगे। यह पुस्तक महल में र. हने वाले से लेकर झोंपड़ी में रहने वाले तक के लिये सर्वथा उप- ' योगी है। विशेषतः विद्यार्थियों को तो इसकी एक एक प्रति अपने पास अवश्य रखनी चाहिये क्योंकि समाज और देशका कल्याण इनही पर निर्भर है। // इति शुभमस्तु॥ निवेदकभैरोंदान जेठमल सेठिया.