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गणधरोना १२द्वारर्नु वर्णन
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॥२०७॥
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__ अथ गणधरोना १२ द्वारोनुं वर्णन-पेला गणधर गोवरगाममां उपना १ वसुभूति पिता २ पृथवीमाता सिद्धांत- ३ ज्येष्ठा नक्षत्रे जनम्या ४ इन्द्रभूति नाम ५ गौतम गोत्र ६ जीव छे के नहिं ए संशय हतो ते प्रभुए टाल्यो ७
लापांचसो जणा साथे दीक्षा लीधी ८ पचास वर्ष गृहवास ९ त्रीश वर्ष छद्मस्थपणुं १० बार वर्ष केवल पर्याय ॥२०७॥
११ सर्वायुष्य ९२ वर्षतुं १२ ।। बीजा गणधर गोवर गामे उपना १ वसुभूति पिता २ पृथ्वी माता ३ कृत्तिका | नक्षत्रे जनम्या ४ अग्निभूति नाम ५ गौतमगोत्र ६ कर्म छे के नहिं ए संशय० ७ पांचसो जणा साथे दीक्षा लीधी ८ छेतालीश वर्ष गृहवास ९बार वर्ष छदमस्थपणुं १० सोल वर्ष केवल. ११ सर्वायुष्य ७४ वर्ष १२ ।। त्रीजा गणधर गोवर गामे उपना १ वसुभूति पिता २ पृथ्वी माता ३ स्वाति नक्षत्रे जनम्या ४ वायुभूति नाम ५ गौतमगोत्र ६ जीव छे तेज शरीर छे के जुदो छ ए संशय० ७ पांचसो जणा साथे दीक्षा लीधी ८ बेतालीश वर्ष गृहवास ९ दश वर्ष छद्मस्थपणुं १० १८ वर्ष केवल० ११ सर्वायुष्य ७० वर्ष १२ ए त्रणे सगा भाइ हता॥ चोथा गणधर कोलागसन्निवेशे उपना १धनमित्र पिता २ वारुणी माता ३ श्रवण नक्षत्रे जनम्या ४ व्यक्त नाम ५ भारद्वाज गोत्र ६ पृथव्यादि पांच भूतो छ के नहिं ए संशय०७ पांचसो जणा साथे दीक्षा. ८ पचास
वर्ष गृहवास ९ बार वर्ष छद्मस्थपणुं १० अढार वर्ष केवल. ११ सर्वायुष्य असी वर्ष १२ ॥ पांचमा गणधर - कोलागसन्निवेशे उपना १ धम्मिल पिता २ भहिला माता ३ उत्तराफाल्गुनी नक्षत्रे जनम्या ४ सुधर्मा नाम
५ अग्निवश्यायन गोत्र ६ मनुष्य मरीने मनुष्यज थाय के केम ए संशय. ७ पांचसो जणा साथे दीक्षा०८
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