________________
(१) जाति
भावाभिमान
गुण
वाच्या
उपात्तनिमित्ता (१२)
हेतु (२४)
(२) गुण
(३) क्रिया
अभावाभिमान भावाभिमान
(३) = ६
T क्रिया
(६) = १२
अनुपात्त निमित्ता (१२) = २४
स्वरूप (२४) = ७२
उपात्तनिमित्ता
उक्षी
I
द्रव्य
=४
अभावाभिमान भावाभिमान
क्रिया
(R) =
अनुपात्तनिमित्ता (४) =
=5
फल
स्वरूप
(5) (5) = २४ (७२+२४=ε६)
जाति
फल
(5)
(२४)
[ इनमें द्रव्य के केवल स्त्ररूपगत ८ भेदों को स्वीकार करने वाले इसके ८० ही
भेद मानते हैं ।]
T गुण
-
प्रतीयमान
क्रिया
।
फल
द्रव्य
अभावाभिमान
(४):
==
क्रिया
(८) = १६
( ये सब ) उपात्तनिमित्ता १६ भेद
हेतु
स्वरूप
[ इनमें से स्वरूपोत्प्र ेक्षा के १६ भेदों को हटा देने से केवल ३२ भेद स्वीकार्य बचते हैं ।]
अलङ्कारों का स्वरूप - विकास
[ ४६३