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________________ ५३४] वृत्तमौक्तिक-अष्टम परिशिष्ट क्रमांक नाम कर्ता एवं टीकाकार उल्लेख श्रुतबोष-टीका २६३ ३०० ३०१ ३०२ कालिदास, नयविमल हिमांशुविजयजी ना लेखो । नागजी s/o हरजी सी सी, ,, नेतसिंह रा. प्रा.प्र. जोधपुर , मनोहर शर्मा हि. एस, सी. सी. रा.प्रा.प्र. जोधपुर , माधव S/o गोविंद [सुबोधिनी [ज्योत्स्ना] ३०४ , मेघचन्द्र हि. एस. [सी. सी. में कर्ता का नाम नहीं है और Pio के स्थान पर मेघचन्द्र का नाम है] हि. एस, सी. सी. प्रकाशित सी. सी. हि. एस, सी. सी. , लक्ष्मीनारायण , व्रजरत्न भट्टाचार्य ,, वररुचि: ? " वासुदेव ३०७ ३०० [श्रुतबोधप्रबोधिनी ३०६ ३१० , शुकदेव ३१२ ३१३ ३१४ ३१५ ३१६ ३१७ , हंसराज [बालबोधिनी] , हर्षकीत्ति , [प्रानंदधिनी] समवृत्तसारः नीलकण्ठाचार्य सुवृत्ततिलकम् क्षेमेन्द्र संगीतराज-पाठ्यरत्नकोष महाराणा कुंभा संगीत सह पिंगल स्वयम्भू छन्द स्वयंभू पुराणादि ग्रंथ अग्निपुराण गरुडपुराण पूर्वखण्ड नारदपुराण पूर्वखण्ड विष्णुधर्मोत्तर तृतीयखण्ड बृहत्संहिता वराहमिहिर नाट्यशास्त्र भरताचार्य प्रकाशित हि. एस, सी. सी. प्रकाशित तृतीय उल्लास जैन ग्रन्थावली प्रकाशित ३१८ ३१६ ३२० ३२१ ३२२ अध्याय ३२८-३३५ , २०७-२१२ ५७ वां ३रा . , १४वां अध्याय १४-१५ ३२३ + +
SR No.023464
Book TitleVruttamauktik
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishtan
Publication Year1965
Total Pages678
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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