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वृत्तमौक्तिक-चतुर्थ परिशिष्ट (ग.)
क्रमांक छन्द-नाम
लक्षण
प्रस्तारसंख्या
षड्विंशाक्षर छन्द-प्रस्तारभेद ६,७१,०८,८६४ २६१. गोविन्दा- ssssssssssssssssss sss sss ss १
नन्दः २६२. भुजङ्ग- 55555555।।।।।।।।।। SIS 15२,३८,५४,८४६
विजृम्भितम् २६३. अपवाहः 555।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।555 ८३,८८,६०१ २६४. मागधी ।।5।।5।। 5 5 ।5।।5।। 55 १,४३,८०,४७१ २६५. कमलदलम।।।।।।।।।।।। ।।। ।।।।।।।।।।। ६,७१,०८,८६४
प्रकीर्णक-छन्द १. पिपीडिका s sssssss।।।।।।।।।।।।।।। ।। SIS २. पिपीडिकाकरभ: 55555555।।।।।।।।।।।।।।।। ।।। 515
IIS IS ३. पिपीडिकापणवः 55555555।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
।। ।।। । ४. पिपीडिकामाला ssssssss।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
।।।।।।। ।।।। ।।5 ५. द्वितीयत्रिभंगी ।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। ।। sss
TISS ६. शालूरः
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दण्डक-छन्द १. चण्डवृष्टिप्रपातः ।।। ।।। 5155155Isssssssss २. प्रचितक: ।।। ।।। SIS SI5515 SISISIS SIS SIS ३. अर्णः
III III SIS SIS SIS SIS SIS SIS SIS SIS ४. सर्वतोभद्रः ।।। ।।।।ss ss I55 Iss Iss I55 155 y gath- Sis ISI SISISI SIS 151 SIS ISI SISI
मञ्जरी ६. कुसुमस्तबक: ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ७. मत्तमातङ्गः 5IS SI5515515 sass15515515515 ८. अनङ्गशेखरः ।।5। ISISIS I SIS ISISIS ।।s