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________________ वणिक छन्दों का प्रकारानुक्रम [ ३८१ वृत्त नाम पृष्ठ संख्या वृत्त नाम पृष्ठ संख्या ६६ जलदम् जलधरमाला जलोद्धतगतिः जाया टि. त १७३ तन्वी तनुमध्या तरलनयनम् नगाणिका नन्दनम् नईटकम् (कोकिलकम्) नराचम् (पञ्चचामरम) नरेन्द्रः नलिनम् (वै.) नलिनमपरम् (वै.) नवमालिनी नागानन्द: नान्दोमुखी नाराचः (मञ्जुला) नारी (ताली) निरुपमतिलकम् निशिपालकम् १४६ १३६ १२६ १६१ १९६ १६७ १०३ १५० ११७ १४७ १०३ १७४ १६७ १०६ १२४ तरुवरम् त्वरितगतिः तामरसम् तारकम् ताली (नारी) तिलका तीर्णा (कन्या) तुङ्गा तूणकम् (चामरम्) तोटकम तोमरम नीलम् १२६ पकावली ६० दक्षिणान्तिका (वै.) दमनकम् दशमुखहरम् दिव्यानन्दः द्रुतविलम्बितम् दुर्मिलका द्वितीयत्रिभङ्गी (प्र.) दोधकम् (बन्धु) 9xuru xxx W US १०७ पञ्चचामरम् (नराचम्) १२६ पञ्चालम् पथ्यावक्त्रम् (वि. १६४ पदचतुरूर्ध्वम् टि. (वि.) १६५ पद्मकम् १४२ पद्मावतिका १६८ प्लवङ्गभङ्गमङ्गलम् १५८ पाइन्तम् (पाइन्ता) पिपीडिका टि. (प्र.) पिपीडिकाकरभ: टि. (प्र.) पिपीडिकापणव: टि. (प्र.) पिपीडिकामाला टि. (प्र.) पुष्टिदा टि. पुष्पिताना (प्र.) पृथ्वी प्रचितकः (द.) १८४, १८५ u Sarw १८८ १३५ धवलम् (धवला) धारी
SR No.023464
Book TitleVruttamauktik
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishtan
Publication Year1965
Total Pages678
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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