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________________ तिङन्तार्णवतरणिः-रेफादिपरस्मैपदानि। ५०१ लट रंज-रागे- रजति- शेषंमंधधातुवत रस-शब्दे- रसति शेषरणधातुवत रुह-बीजजन्मनिप्रादुर्भावेच- रोहति- रोह- सरोहिय• रोठा-रोठा-रोयति-अरोहत रे-शब्दे- लद लिद लुद लट् लोद लड़ प्र• ए. रायति ररौ राता रास्यति रायतु-रायतात अरायत रंज-रागेस्व- लट् लिट् लुट् श्राशीलिङ, प्र. ए. रति-रजते रंज-रंजे रंक्त रज्यात-रंतीष्ट .. लुङ, अराक्षीत-अरक्तरंज-धाताहतुगिणच्-लद लुङ् प्र. ए. रंजर्यात अररंजत अरंजयिष्यत् रंज-धातोस्सन- रितति अरिरंतीत अरिरंतिष्यत रंज-धातोर्यद- रारंज्यते अरारंजिष्ट _अरारंनिष्यत रंज-धातोर्यह लुक् रारंजीति-रारंक्ति-अरारंजीत-अरारंक्षिष्यत् शब्द-लुक- लट् प्र. ए. रीति-रवीति-स्तः-स्वीत:-रुवंति-अरवीत अरोत-स्यात-स्वीयात-रूयातप्र. ए. अरवीत-अरविष्ट अरविष्यत-अरविष्यत रा-दाने- लद प्र. ए. ति-रो-राता रात-अरु:-रायात-गयातां रायः-रायास्ता-अरासिष्टां संदर-अविमोचने ए. रोदिति रोदिषि रोदिमि द्विः दतः रुदिथः रोदिवः ब. . . सदन्ति रुदिथ रोदिमः . लिट् लुट्ल ट् लोद प्र. ए. स्रोद रोदिता रोदिति रुदितु-रुदितात-हि म..
SR No.023457
Book TitleTidantarnavatarani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanvada Gopalkrishnacharya Somayaji
PublisherE J Lazarus and Co
Publication Year1897
Total Pages620
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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