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________________ तिङन्तार्णवतरणिः-ककारादिपरस्मैपदानि । २०१ चीज-अध्यक्तशब्द- लट् हेतुमपिणच सन प्र. ए. तीति तीजयति चितीजिर्षात यड लुक प्र. ए. चेतीज्यते चेक्षीजीति-चेतीक्ति पटे-वर्षावरणयोः- लद हेतुर्मागणच् सन् .. प्र. ए. कति कार्यात चिटिषति यह यह लुक प्र. ए. चाकट्यते चाकटीति-चाकट्टि किट-त्रासे- लद हेतुमरिणच् सन् प्र. ए. केटति केटर्यात चिकिटिषति-चिटिषति यह यह लुक प्र. ए. चेकिट्यते चेकिटीति-चेकेटि किट-गती-लट् केटति-शेषंपर्ववत बाटी-गती- लद हेतुमगिणच् सन् यद प्र. ए. कटति काटयति चिर्काटषति चाकट्यते __यह लुक्-चाकटीति-चाकट्टि कुटि-वैकल्ये लट् . हेतुमगिणच् . सन प्र. ए. कुंटति · कुंटयति. चुकंटितिकुडीत्येके-पूर्ववत् कठ-सजीवने- लट् हेतुमगिया सन् प्र. ए. कठति कठति-ते चिठिति चाकरते . यह लुक् प्र. ए. चाकठीति-चाठि कुठि-जीवने- लट् हेतुर्माण्णच् सन प्र. ए. कुंठति . कुंठर्यात चुकंठिषति यङ, लुक - प्र. ए. चोकंठाते चोकंठीति-चाकुंठी सहकार्कश्ये- लद . हेतुमगिणच सन प्र. ए. कडुति कडूति-कडूयते चिडिर्षात यह लुक - प्र. ए. चाकाते चाकडीति-चाटि कीड़-विहारे- लट् हेतुमगिणच् प्र. ए. क्रीडति चिक्रीडिषति यह लुक प्र. ए. चेक्रीडते चेक्रीडीति-चक्रीट्टि यह यह
SR No.023457
Book TitleTidantarnavatarani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanvada Gopalkrishnacharya Somayaji
PublisherE J Lazarus and Co
Publication Year1897
Total Pages620
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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