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________________ 1) 'अलंकार सर्वस्वम् ' - ( श्रीराजानकरुय्यकप्रणीतम् ) • श्रीजयरथप्रणीतया टीकया च समलंकृतम् अलङ्कारराघवस्य द्वितीयभागस्य संशोधनकाले संशोधन सहायार्थमवलोकिताः ग्रन्थाः [ List of Reference Books] 3) 2) ' एकावली' – (श्रीविद्याधरप्रणीता) " प्र. निर्णयसागरमुद्रणालयः, बाम्बे ORI Book No. B 582 श्री मल्लिनाथकृत 'तरला' संस्कृतटीकायुता प्र. निर्णयसागरमुद्रणालयः, बाम्बे O. R. I. Book No. E2128 काव्यप्रकाशः - ( श्रीमम्मटकृतः ) — श्रीमाणिक्यचन्द्रकृत 'सङ्केत' टीकया, श्रीरविभट्टाचार्यकृत'मधुमतीटीकया च ' समलंकृतः प्र. प्राच्यविद्या संशोधनालयः, मैसूरु 9 O.R.I. Series No.: Part-1 120 Part-2 122 4 ) ' काव्यादर्शः ' - (श्रीदण्डीकृतः) श्रीजीवानन्दकृतव्याख्यायुतः, प्र. कल्कत्ता O.R.I. Book No. B 204 , 5) ' काव्यालंकार सूत्रम् ' — (श्रीरुद्रटकृतम् ) श्रीनमिसाधुक्कृतटीकया युतम् प्र. निर्णयसागरमुद्रणालयः, बाम्बे O.R.I., Book No. 276 6) ' काव्यालंकारसूत्रवृत्ति: ' — (श्रीवामनकृता) कामधेनुव्याख्यायुता, प्र. काशी (वाराणसी) O.R.I., Book No. B2534
SR No.023454
Book TitleAlankar Raghavam Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYajneshwar Dikshit, T V Sathynarayana
PublisherOriental Research Institute
Publication Year1991
Total Pages348
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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