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________________ पद्यानामकारादिसूची रामस्य मूर्ति रामः पश्चात् राइव किंति रुहन्तरालेय रेरे जल्पसि रे रे पातक रे रे प्रोदित रेरे हर लो एसु विअअ लोकानन्दन लोकास्त्रयः लोकेषु स्वैरम् लोकेषु विजय वचन्ति वेदान्ति वचोऽनुकूलैः चत्साकम्पन वयमिह निवसामो वर्ष: चम्बुद बसन्तम वातायनेन चामा शोभि चायव्यास्त्रैः 232 187 29 112 185 115 115 09 24 43 290 266 25 251 223 187 220 286 विक्रमकीर्ति विका सिपङ्केरुह विक्षिप्यातीव विचित्रकोदण्ड विदेहत् विधास्यमानं विध्युक्तं कृतम् विभिन्नदोषा विभीषणो विभो सुदुरप वियोगिहि विक्रम किंति विलोक्य रामं विभुतावेव विश्वामित्रमुनेः वेदान्तवेद्य व्याकुर्बन् हरतेः शिवार्चनो 282 शृङ्गारनाम 213 101 122 श्रीमन् कोसल श्रीरामकार्य श्रीरामचन्द्र 299 201 69 27 .77 99 282 189 254 117 192 236 201 190 109 35 255 288 233 189 130 31 273
SR No.023453
Book TitleAlankar Raghavam Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYajneshwar Dikshit, T V Sathynarayana
PublisherOriental Research Institute
Publication Year1997
Total Pages354
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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