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________________ अपरेषुकामशमी १६, १५; गाम अभिजित्य १९, ९८; अभिजतनो पुत्र अभिसार १६, २४; देश - झेलम अने अभिसारगर्त चिनाब वच्चनो प्रदेश. अर्जुन ९, ३९; (टी०) सहस्त्रार्जुन - प्राचीन राजा अर्बुदाचल १६, ३३, आबु पर्वत अबुदेश्वर ५, ४२, आबुनो राजा अरोहणक १५. ९६, देश अलङ्कारवती ६, ६२, नगरी - सिकंदरे सिंधुना तोरे वसावेलु अलकंद तो नहि होय? अवन्ती १४, ५, ९९, १२५; नगरी- उज्जैन अश्वपालिक २४, ७४; राजा - अश्वपालीनो पुत्र अश्म ३, ८४; देश अश्मक २५, १०१; देश के नगर - मलकन्द घाट पासेनो किल्लो ? (प्रा. भू. पृ ६६७) अहीवतिका २.६१; नदी - नागमती? आन्न १६. ७-१३, १८, ९-४३: अर्णोराज-अजमेरनो राजा आभीर २, ६२, देश आयामुख १६, ३२, गाम - काशिकामां आयोमुखा जमाव्युं छे रायबरेलो जिल्लान प्रतापगढ (प्रा. भू. पृ. ४४३) आश्चत्थिक १५. १०१; देश के नगर आहूजाल · १६, २०-२१; गाम इक्कटिक १५, १०१; देश के नगर इन्दुवक्र १६., २६, देश इक्ष्वाकु १६, ३२; देश उज्जयन्त १५, ६०, गिरनार पर्वत उत्तरकोसल १, १४९, देश-अयोध्यानो प्रदेश. अत्यारे Bharaich District (DV) उत्स १६. ५२: देश-उच्छ (पंजाब) झेलम अने चिनाबना संगम पर (प्रा. भू पृ. २७७) उर्दि १६, १०, देश उशीनर १६, २०, गाम.
SR No.023412
Book TitleDwayashray Mahakavya Part 02
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorAbhaytilak Gani
PublisherWav Jain S M P Sangh
Publication Year1987
Total Pages674
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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