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________________ महासती सीतानी कथा. ४१७ तम कन्या निश्चय परणशे. " एवां प्रतिहारिणीनां वचन सांजलीने सर्वे राजा मृगना बालकनी पेठे धनुष्यनी पासे दोड्या. तेमां केटलाक तो धनुष्यने जोवाने पण समर्थ थया नहीं; केटलाक स्पर्श करवाने समर्थ यया नहीं छाने केटलाक तो चडावतां पृथ्वी उपर पमी गया. पती हर्ष सहित सीताये जोयेला रामे पितानी श्राज्ञाथी धनुष्यने अनेक राजाdना मुख सहित नमाव्यं; सीताना हृदय सहित खेच्युं ने पढी उता एटले सीताये रामने वरमाला पहेरावी. लक्ष्मणे पण ते अर्णवावर्त धनुष्यने धारण कयुं. ते उपरथी विद्याधरोए पोतानी ढार पुत्री लaruने परणावी. या सर्व रीतने जोवाथी क्रोध पामेला जामंडलने कोइ मुनिए " साथै जन्मेली या व्हारी व्हेन बे.” एम कहीने बोध पमाड्यो. पी जनकराजाए हस्ति, अश्व, वस्त्र ने अलंकारोथी सत्कार करेला राम तथा सर्वे राजार्ज पोतपोतानी राजधानी प्रत्ये गया. हवे वृद्ध एवा दशरथ राजाए रामने राज्यानिषेक करवानो विचार ral एवामां कैकेयी ए पूर्वे स्वीकारेलो वरदान दशरथ राजापासे माग्यो धुंके, “राम वनवास मोकली म्हारा पुत्र जरतने राज्य आपो.” एवां कैकेयीनां वचन सांजलीने खेद करता एवा दशरथ राजाए रामने बोलावी ने कहांं के, " हे वत्स ! पूर्वे सारथीना कार्यथी प्रसन्न थयेला में स्वयंवर inuni पेलो वरदान कैकेयी पोताना पुत्र जरतने राज्य पवा रूप मागे बे.” दशरथनां एवां वचन सांजली विनयवंत रामे दर्षथी उत्तर श्राप्यो के, “ हे तात! तमारे तो हुं छाने जरत बन्ने पुत्रो सरखाज बीये, माटे जरतने राज्य आपो एम म्हारो मत बे. कारण के, एक पुष्प मस्तकने निषे धारण करये बाते बाकीनां पुष्पो शुं नथी शोजतां ? " एवां रामनां वचन सांजलीने दशरथराजाए जरतने राज्यानिषेक करवानी श्राज्ञा करी एटले जरते रामने कयुं के, " हुं तो तमारी साथे वनमां यावीश; म्हारे राज्यनुं काम नथी.” दशरथे कधुं. " तुंराज्याने ग्रहण करीने माता पितानी प्रतिज्ञा पूर्ण कर; कारण के, व्हारी माताने पूर्वे पेलो वरदान तेथे तने राज्य पाववारूप मागेलो बे. रामे पण जर क के, " हे बंधो ! तमारे राज्यनी इछा नथी, तोपण पितानी प्रतिज्ञा पूर्ण करवाने माटे दवणां राज्यने ग्रहण करो.” जरते "" ५३
SR No.023404
Book TitleShilopadesh Mala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarishankar Kalidas Shastri
PublisherJain Vidyashala
Publication Year1900
Total Pages456
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size15 MB
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