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________________ कूलवालक कथा. ३३ए शिष्यने गुरुए कहेली सारणा वारणादिक शिक्षा तावथी पीमाता मा. एसोने जेम घी विष सर लागे तेम विष सरखी लागती हती. __को दिवसे घणा गुणवाला श्राचार्यों तीर्थयात्रा करवानी श्वाथी ते दूविनीत शिष्य सहित श्री गिरनार पर्वत उपर गया. त्यां यात्रा करवा माटे श्रावेली स्त्रीउना समूहने जोश्ने चंचल चित्तवाला थएला ते कुशिष्यने गुरुए वास्यो; तेथी ते कुशिष्य मनमां गुरु उपर क्रोध राखवा लाग्यो. पनी उतरती वखते गुरुनी पाउल चालता ते कुशिष्ये गुरुने चूरण करवा माटे ( मारवा माटे ) यमना गोला सरखो एक म्होटो पथ्थर पाड्यो, पण चतुर मुनिए पडता एवा ते पथ्थरना शब्दने सांजली पो. ताना पग पहोला करी नाख्या; जेथी कुशिष्ये धारेलो मनोरथ फोगट थयो. पडी प्रगट क्रोधवाला ते आचार्योए कुशिष्यने श्राप थाप्यो के, "हेडरात्मन् ! तुं स्त्रीउथी व्रतनंगने पामीश. " पड़ी “ हुँ ज्यां स्त्रीउना मुख नहीं देखुं एवा स्थानमा रहि गुरुना श्रापने मिथ्या करीश.” एवो विचार करीने ते दुष्ट बुद्धिवालो कुशिष्य तरश्यो माणसजेम तलाव प्रत्ये जाय अने अज्ञानी माणस जेम कुमार्ग प्रत्ये जायतेम गुरुनो त्याग करी कोर अरण्यमां चाल्यो गयो. त्यां नदीने कांठे तप करतो, कायोत्सर्ग करतो तथा पददमण अने मासदमण करतो एवो ते कुशिष्य ते मार्गे थश्ने जता आवता को सार्थादिक पासेथी अन्न लश् पारj करतो. हवे वर्षाकाल प्राप्त थयो एटले पर्वतथी निकलेली नदी कुलटा (वेश्या) स्त्रीनी पेठे पोतानी मरजी प्रमाणे वृद्धि पामवा लागी. नदीना कांगनो श्राश्रय करी रहेला तुझकनी पासे पाणीना पूरने श्रावतुं जोश जिनशासन देवी विचार करवा लागी के, निश्चय कृतघ्ननी पेठे सर्व प्रकारे वृद्धि पामतो एवो आ नदीनो प्रवाह मुनिने बूमामशे" एम धारीने शासनदेवीए नदीना प्रवाहने बीजी बाजु तरफ चलाव्यो, तेउपरथी लोकमां ते मुनिन “ कूलवालक" एवं नाम प्रसिद्ध थयुं. हवे श्री श्रेणिकराजाए हार, कुंमल अने वस्त्रसहित सेचनक नामनो हाथी हद विहलने नेट थाप्यो हतो अने पड़ी पोते मरण पाम्यो; जेथी तेनो पुत्र कोणिक राज्यासन उपर बेगे; पण ते पिताना शोकथी राजगृह नगरने विषे रही शक्यो नहीं; तेथी ते वास्तुशास्त्रमा पंमित एवा
SR No.023404
Book TitleShilopadesh Mala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarishankar Kalidas Shastri
PublisherJain Vidyashala
Publication Year1900
Total Pages456
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size15 MB
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