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________________ १४ शीलोपदेशमाला. सर्व कार्यमां शिथिल थएला केम देखाउँ हो? " तेणे उत्तर श्राप्यो के, “म्हारे सुदर्शन नामनो प्राणप्रिय मित्र , तेनी वातोना सुखमां मन थएला मने कंश सांजरतुं नथी.” स्त्रीए कह्यु. “ ए कोण ? अने केवो ले?" पुरोहित कपिले फरीथी उत्तर श्राप्यो के, " ए पनदास शेग्नो महा बुद्धिवंत पुत्र . तेनां रूप, लावण्य, सौजन्य अने दादिएयादि गुणो आकाशना ताराऊना सरखा असंख्य बे. हे जजे! ज्यांसुधी तें गुणोना समुअरूप ए शेठना पुत्रने दीगे नथी, त्यांसुधी त्हारो जन्म वृथा ." श्रावां पतिनां वचन सांजलीने कपिला सुदर्शनने जोवाना उपायो शोधवा लागी. पबी को दिवसे राजानी श्राशाथी कपिल गुप्तरीते बीजे गाम गयो एटले कामथी विह्वल थएली कपिला सुदर्शनने घेर श्रावीने कदेवा लागी. “ हे सुदर्शन ! श्राजे तमारा मित्रने शरीरे सुख नथी; माटे तमे म्हारे घेर श्रावीने तेमने तमारी श्रमृत दृष्टिथी संतोष पमाडो.” तेनां श्रावां वचन सांजलीने सुदर्शन शेठ मित्रनी प्रीतिने लीधे तत्काल तेने घरे श्राव्या अने पूब्युं के " म्हारो मित्र क्या ?" कपिलाए उत्तर प्राप्यो के “ उरडानी अंदर ." पड़ी कपिलाए उरडानी अंदर गयेला सुदर्शनने जाणीने बारणुं बंध कमु भने निर्लज थश्ने विषयनी याचना करी. पनी हाजर जवाबी एवा सुदर्शन शेठे हसीने कडुं. “था संसारसमुअमां मनुष्योने युवावस्थानुं फल विषयज डे; परंतु विधाताए मने नपुंसक बनावीने विडंबना पमाड्यो ने माटे हे नामिनि ! फक्त पुरुषना रूपनेज धारण करनारा म्हारेविषे तुं मुख्या थएला वटेमाशु जेम ताल फलने विषे मिथ्या ब्रांति पामे तेम मिथ्या ब्रांति पामी बु.” __ पड़ी विलक्ष बनेली कपिलाए बारणुं उघाडीनेसुदर्शन शेग्ने रजा श्रापी एटले ते बुटी गयेला कर्मवाला जीवनी पेठे तृणसमान संसारनुं ध्यान करतो बतो सरल रस्ते थक्ष पोताने घेर आव्यो. पडी ते दिवसथी श्रारंनीने राक्षसीनी पेठे स्त्रीउथी जय पामता एवा सुदर्शन शेठे बीजा कोश्ना घर प्रत्ये न जवानो निश्चय कस्यो. वली वश्य आत्मावाला श्रने धर्मध्यानमां तत्पर एवा तेणे मूर्तिमंत योगनी पेठे धर्मनुंथाचरण करवा मांड्यु. एक दिवस दधिवाहन राजा, सुदर्शन शेग्ने अने कपिल पुरोहितने
SR No.023404
Book TitleShilopadesh Mala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarishankar Kalidas Shastri
PublisherJain Vidyashala
Publication Year1900
Total Pages456
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size15 MB
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