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॥ श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथाय नमः ॥
प. पू. कलिकालसर्वज्ञ आ.देवश्री हेमचंद्राचार्य म. विरचित
सिद्धहेम लघुवृत्ति
अवचूरि परिष्कार
भाग - १ (अध्याय - २१/२] पाद - १०)
-:: अवचूरि - सम्पादक ::पूज्य मुनिराज श्री जितेन्द्रविजयजी म.
-:: ग्रंथ प्रेरक ::प्रवर्तक पूज्य मुनिराज श्री हरीशभद्रविजयजी म.
-:: अवचूरि ग्रंथ पुनः संशोधक ::युवाचार्य रत्नाकरसूरीश्वरजी के शिष्य पूज्य मुनिराज
श्री रत्नज्योत विजयजी म.
-:: प्रकाशक ::नवजीवन ग्रंथमाला (गा) ट्रस्ट - मुंबई
-:: उपप्रकाशन ::
र श्री रंजन विजय जैन पुस्तकालय (मालवाडा),
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