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पञ्चमी
चतुर्थ अध्याय हेमचन्द्र ( ३, ३६, ४०, ४४, ४८ ) के अनुसार भर्त
शब्द के रूप :एकवचन
बहुवचन प्रथमा भत्तारो
भत्तारा, भत्तू, भत्तुणो भत्तउ,
भत्तओ द्वितीया भत्तारं
भत्तारे, भत्तू , भत्तुणो तृतीया भत्तुणा, भत्तारेण भत्तूहि, भत्तारेहि
भत्तुणो, भत्तुओ, भत्तू , भत्तूओ, भत्तूहितो, भत्तूउ, भत्तूहि, भत्तसुंतो,भत्ताराओ, भत्ताराउ, भत्तहितो, भत्ता- भत्ताराहि, भत्तारेहि, भत्ता. राओ, भत्ताराउ, राहिंतो, भत्तारेहितो, भत्ताराभत्ताराहि, भत्ता- सुंतो, भत्तारेसुंती राहिंतो, भत्तारा भत्तुणो, भत्तुस्सं,
भत्तूणं, भत्तूण, भत्ताराणं,
भत्ताराण सप्तमी भत्तुम्मि, भत्तारे, भत्तारम्मि भत्तू सु, भत्तारेसु संबोधन हे भत्तार
हे भत्तारा कुल ऋकारान्त पुंल्लिङ्ग शब्दों के रूप भर्तृ शब्द के समान ही चलते हैं।
ऋकारान्त पितृ शब्द के रूपःप्रथमा पिआ, पिअरो पिअरा द्वितीया पिअरं
पिअरे, पिदुणो तृतीया पिअरेण, पिदुणा पिअरेहिं पञ्चमी पिअरादो, पिदुणो, इ० पिअरहितो, पिदुहितो, इत्यादि षष्ठी पिअरस्स, पिदुणो पिअराणं, पिदुणं
षष्ठी
भत्तारस्स