________________
(७) श्री शत्रुजय तप में तप के दिन निम्नोक्त २१ खमासमणे देना(१) श्री शत्रुजय पर्वताय नमः (१२) श्री दृढ़शक्ति पर्वताय नमः (२) श्री पुंडरिक पर्वताय नमः (१३) श्री मुक्तिनिलयाय नमः (३) श्री सिद्धक्षेत्र पर्वताय नमः (१४) श्री पुष्पदंताय नमः (४) श्री विमलाचलाय नमः (१५) श्री महापद्माय नमः (५) श्री सुरगिरये नमः (१६) श्री पृथ्वीपीठाय नमः (६) श्री महागिरये नमः (१७) श्री सुभद्रगिरि पर्वताय नमः (७) श्री पुण्यराशये नमः (१८) श्री कैलाशगिरि पर्वताय नमः (८) श्री पर्वता नमः (१९) श्री पातालमूलाय नमः (९) श्री पर्वतेंद्राय नमः (२०) श्री अकर्मकाय नमः (१०) श्री महातीर्थाय नमः (२१) श्री सर्वकामपूरणाय नमः (११) श्री सारस्वताय नमः
जिनको विस्तार से २१ खमासमणे देने हों, वे निम्नलिखित दोहे बोलकर दे एवं कार्तिक पूनम के दिन निम्नलिखित खमासमणे दें।
त्रितीर्थी